भारत सरकार द्वारा प्रायोजित Dairy Farming Loan Yojana ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने और युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने की एक महत्वाकांक्षी पहल है। इस योजना का आरंभ पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन विभाग (Department of Animal Husbandry, Dairying & Fisheries) द्वारा किया गया था। राष्ट्रीय डेयरी योजना (National Dairy Plan) के तहत इसे 2010-11 में लॉन्च किया गया, जिसे अब चरण II (2020-25) तक विस्तारित किया गया है।
इसका मुख्य उद्देश्य देश में बेरोजगारी दर को कम करना, डेयरी उत्पादन में आत्मनिर्भरता बढ़ाना और ग्रामीण क्षेत्रों में आय के स्रोत सृजित करना है। गूगल डेटा के अनुसार, डेयरी क्षेत्र भारत की अर्थव्यवस्था में 4.5% योगदान देता है और 8 करोड़ से अधिक परिवारों को रोजगार प्रदान करता है। योजना विशेष रूप से ग्रामीण निवासियों, महिलाओं और छोटे किसानों को लक्षित करती है, जिनके पास डेयरी व्यवसाय शुरू करने हेतु पर्याप्त पूंजी नहीं है। सरकार द्वारा 12% तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है, जिससे ऋण की लागत कम होती है और व्यवसाय स्थापित करना सुलभ बनता है।
Dairy Farming Loan Apply Online
डेयरी फार्मिंग लोन योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया अत्यंत सरल और पारदर्शी बनाई गई है। आवेदकों को सर्वप्रथम ऋण प्रदान करने वाले बैंकों की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा, जहाँ “कृषि ऋण” या “डेयरी फार्मिंग लोन” सेक्शन में आवेदन फॉर्म उपलब्ध होता है। इस फॉर्म में व्यक्तिगत विवरण, व्यावसायिक योजना, पशुधन प्रबंधन का अनुभव और ऋण राशि से संबंधित जानकारी भरनी होती है।
ऑनलाइन पोर्टल्स पर दस्तावेज अपलोड करने की सुविधा भी शामिल है, जिससे प्रक्रिया तेज़ और कागज रहित बनती है। ध्यान रखें कि ऋण राशि 10 लाख रुपये से लेकर 40 लाख रुपये तक हो सकती है, जो राज्य सरकारों की नीतियों पर निर्भर करती है। ऋण चुकौती अवधि 5 से 7 वर्ष तक निर्धारित की गई है, जिसमें प्रारंभिक 6 महीने की मोराटोरियम अवधि भी शामिल हो सकती है। ऑनलाइन आवेदन जमा करने के बाद, बैंक प्रतिनिधि आपके फार्म स्थल का मूल्यांकन करते हैं और 15-30 दिनों के भीतर स्वीकृति प्रदान की जाती है।
डेयरी फार्मिंग लोन योजना का उद्देश्य
इस योजना का प्राथमिक उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में डेयरी उद्योग को बढ़ावा देकर आर्थिक विकास और रोजगार सृजन करना है। सरकार का लक्ष्य वर्ष 2025 तक दूध उत्पादन में भारत को विश्व का अग्रणी देश बनाना है, जिसके लिए नाबार्ड के आँकड़ों के अनुसार 80,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश प्रस्तावित है।
इसके अंतर्गत छोटे किसानों, महिला स्वयं सहायता समूहों और भूमिहीन श्रमिकों को तकनीकी प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। साथ ही, पशुधन स्वास्थ्य, आधुनिक उपकरणों की उपलब्धता और डेयरी उत्पादों के विपणन में सुधार लाना भी इस योजना के मुख्य ध्येय हैं। इस प्रयास से ग्रामीण क्षेत्रों में प्रति व्यक्ति आय में 25% वृद्धि का अनुमान है।
डेयरी फार्मिंग लोन के लाभ
अगर आप डेयरी फार्मिंग लोन के फायदे के बारे में जानना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि इसके तहत आपको बहुत से फायदे मिलते हैं जैसे –
- आर्थिक सहायता: 10 लाख से 40 लाख रुपये तक की ऋण राशि उपलब्ध, जिससे पशु खरीद, फार्म इंफ्रास्ट्रक्चर और उपकरणों का वित्तपोषण संभव है।
- सब्सिडी लाभ: सरकार द्वारा 12% तक की ब्याज सब्सिडी, जिससे ऋण की वास्तविक लागत कम होती है।
- रोजगार सृजन: एक डेयरी फार्म 3-5 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार दे सकता है, जिससे ग्रामीण बेरोजगारी कम होती है।
- लंबी चुकौती अवधि: 5 से 7 वर्ष की लचीली अवधि, जिसमें प्रारंभिक छूट अवधि भी शामिल है।
- तकनीकी प्रशिक्षण: बैंकों द्वारा निःशुल्क पशुपालन प्रबंधन और आधुनिक डेयरी तकनीकों का प्रशिक्षण।
- बाजार संपर्क: डेयरी सहकारी समितियों और कंपनियों से सीधे समझौते की सुविधा।
डेयरी फार्मिंग लोन प्रदान करने वाले बैंक
यदि आपको नहीं पता तो हम आपको बता दें कि आप डेरी फार्मिंग लोन को देश के बहुत से बैंकों से ले सकते हैं जैसे –
- भारतीय स्टेट बैंक (SBI)
- नाबार्ड (NABARD)
- पंजाब नेशनल बैंक (PNB)
- बैंक ऑफ बड़ौदा
- आईसीआईसीआई बैंक
- केनरा बैंक
- सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया
- बैंक ऑफ इंडिया
डेयरी फार्मिंग लोन के लिए पात्रता मापदंड
अगर आप अपने डेयरी फार्म को शुरू करना चाहते हैं तो आपको लोन लेने के लिए निम्नलिखित पात्रता मापदंडों को पूरा करना होगा –
- आवेदक भारत का स्थायी निवासी होना चाहिए और उसकी आयु 18 से 65 वर्ष के बीच होनी आवश्यक है।
- पशुपालन का बुनियादी अनुभव या प्रशिक्षण प्रमाणपत्र होना चाहिए।
- आवेदक के पास फार्म संचालन हेतु पर्याप्त भूमि (स्वयं की या लीज़ पर) होनी चाहिए, जिसका रेखांकित मानचित्र प्रस्तुत किया जाना आवश्यक है।
- व्यावसायिक योजना में पशुधन प्रबंधन, दूध उत्पादन का अनुमान और विपणन रणनीति शामिल होनी चाहिए।
- ग्रामीण क्षेत्रों के आवेदकों, महिलाओं और एससी/एसटी वर्ग के उद्यमियों को प्राथमिकता दी जाती है।
- यदि आवेदक पहले से किसी बैंक का ऋण ले चुका है, तो उसका चुकौती रिकॉर्ड संतोषजनक होना चाहिए।
डेयरी फार्मिंग लोन के लिए आवश्यक दस्तावेज
डेयरी फार्मिंग लोन के लिए आपको आवेदन के समय कुछ दस्तावेज उपलब्ध कराने होते हैं जैसे –
- आधार कार्ड और पैन कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र (वोटर आईडी, राशन कार्ड)
- बैंक खाता विवरण और 6 महीने का स्टेटमेंट
- भूमि दस्तावेज (रजिस्ट्री या लीज़ डीड)
- डेयरी व्यवसाय योजना (प्रोजेक्ट रिपोर्ट)
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
- अनुभव प्रमाणपत्र (यदि उपलब्ध हो)
- मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी
डेयरी फार्मिंग लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
अगर आपको डेरी फार्मिंग लोन के लिए आवेदन जमा करना है तो इसके लिए आपको निम्नलिखित प्रक्रिया को अपनाना होगा –
- नाबार्ड या अन्य सहभागी बैंक की आधिकारिक वेबसाइट (जैसे nabard.org) पर जाएँ।
- होमपेज पर “कृषि ऋण” या “डेयरी फार्मिंग स्कीम” का विकल्प चुनें।
- ऑनलाइन आवेदन फॉर्म में व्यक्तिगत विवरण, ऋण राशि और व्यवसाय योजना की जानकारी दर्ज करें।
- स्कैन किए गए दस्तावेज PDF या JPEG फॉर्मेट में अपलोड करें।
- फॉर्म की समीक्षा कर “सबमिट” बटन दबाएँ। पावती संख्या नोट कर लें।
- लॉगिन आईडी से आवेदन स्थिति की जाँच करें। स्वीकृति पर बैंक प्रतिनिधि आपसे संपर्क करेगा।
- मूल्यांकन के बाद ऋण अनुमोदन पत्र जारी किया जाएगा और राशि आपके खाते में ट्रांसफर होगी।